स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं, Inspirational Swatanrata Diwas Sandesh
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं, Inspirational Swatanrata Diwas Sandesh
आजादी नही होती है इतनी आसान, इस आजादी के लिये न जाने कितने महानायकों ने कुर्बान की है अपनी जान।
तुम ना भूलो उनको जिन्होंने देश के लिए है लहु बहाया, क्योंकि उनकी ही बदौलत आजादी/स्वतंत्रता दिवस का यह दिन है आया।
हर वक़्त मेरी आँखों में धरती का स्वपन हो,
जब कभी मरूँ तो तिरंगा मेरा कफ़न हो!
और कोई ख़्वाहिश नहीं जिंदगी में,
जब कभी जनमू तो भारत मेरा वतन हो!!
ये बात हवाओं को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना!
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना!!
स्वतंत्रता दिवस की बधाई!
हमारा भारत विविद है, पर सबके दिलो में निहित है।
तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा है शान मेरी!
तिरंगा रहे ऊँचा सदा हमारा, तिरंगे से है धरती महान मेरी!!
आजादी के परवाने थे वो नही था उनमें कोई लोभ, हसते-हसते झूले फंदो पर नही था उनको कोई शोक।
आजाद थे, आजाद ही रहे नाम था चंद्रशेखर आजाद, आजादी के लिए आखिरी सांस तक लड़े।
दोस्तो स्वतंत्रता की यह यात्रा कभी ना रुकने पाये, कुछ भी हो जाये पर तिरंगा कभी ना झुकने पाये।
आजादी को अपने दिलो में यू ही बसाए रखना, कितनी भी हो मुश्किले स्वतंत्रता की ये अलख अपने दिलो में यू ही जलाए रखना।
जब-जब देश पर संकट आया, माँ भारती की सेवा में आजादी के मतवालो ने अपना शीश नवाया।
दे सलामी इस तिरंगे को, जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक तुझमें जान है!!
गुणागान करो उनका सम्मान करो उनका, आजादी की लड़ाई में जो लौट के ना आये 15 अगस्त का यह दिन है उनका।
अपनी स्वतंत्रता का हम क़र्ज़ चुकाएंगे, पुरे विश्व में अपना तिरंगा सबसे ऊपर लहरायेंगे।
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
लहरायेंगे तिरंगा राष्ट्रगान जाएंगे, हम स्वतंत्रता दिवस का ये पर्व मनाएंगे।
ना जाने कितने कुर्बान हुए हर पल हर क्षण में, तब कहीं स्वतंत्रता का पर्व ये आया हमारे जीवन में।
वतन हमारा ऐसे न छोड़ पाये कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाये कोई!
दिल हमारे एक है, एक ही हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है, हम है इसकी शान!!
आजादी के मतवाले थे अपने हाल पे वो कभी ना रोये, ना जाने कितने रातो तक इस आजादी के लिये ना वो सोये।
हम न भूले उनको जिन्होंने प्राण गवाया है, उनकी खातिर ही स्वतंत्रता दिवस का पर्व ये आया है।
उठाकर तलवार जब घोड़े पे सवार होते,
बांध के साफा जब तैयार होते!
देखती है दुनिया छत पे चड़ के,
कहते है की काश हम भी ऐसे होशियार होते!!
आओ मिलकर झूमे गाये, साथ मिलकर स्वतंत्रता दिवस का यह त्योहार मनाये।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई अगर हो जाये एक साथ, तो भारत पर बुरी नजर डेल ऐसी दुश्मन की कहाँ औकात।
दुश्मन की गोलियों का वो हँस के सामना किये, आजाद ही मरे वो जो आजाद थे जिए।
चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में!
देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रखा है!
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दिवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी, मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला न सके कोई इसकी खुशबु सातों जन्म में!!
काँटों में भी फूल खिलाएं
इस धरती को स्वर्ग बनायें,
आओ, सब को गले लगायें
हम स्वतंत्रता का पर्व मनाएं
प्रण लेते हैं आज हम स्वतंत्रता के पर्व पर, भाईचारा और सौहार्द के साथ तिरंगा लहरायेंगे नभ पर।
वो दिवाने वो मस्ताने आजादी के वो मतवाले, अगर एक शब्द में बोलू तो वो थे सच में हिम्मतवाले।
सिर झुका के उन शहीदों को है मेरा नमन, जिनके लिए खुद जान से ज्यादा था प्यारा उनका वतन।
देश प्रेम की उग्र ज्वाला अब तक थमी नहीं है, भारत माता में वीरों की कोई कमी नहीं है।
हमारा स्वतंत्रता दिवस हमारा अभिमान, जिसके लिए हमारे क्रांतिकारियों ने न्योछावर की अपनी जान।
लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा!
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे ,
मेरा कि मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा!!
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जब-जब पुकारती है माँ भारती, तब-तब स्वत्रंता के बलि वेदी पर वीरो ने दी है आहुति।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
अधिकार मिलते नही लिए जाते है,
आज़ाद है मगर गुलामी किए जाते है!
वंदन करो उन सेनानियों को,
जो मौत को आँचल में जिये जाते है!!
उन वीरों के बलिदानों को व्यर्थ न जाने देंगे, कसम खाते हैं भारत माँ पर आंच न आने देंगे।
उस देश को कोई छू भी नहीं सकता,
जिस देश की सरहद है ये निगाहें!!
भारत माँ की इज़्ज़त को हम नीलाम नहीं होने देंगे, कसम खाते हैं स्वतन्त्रता की हम शाम नहीं होने देंगे।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
दोस्ताना इतना बरकरार रखो कि,
मजहब बीच में न आये कभी,
तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो ,
वो तुम्हें मस्जिद छोड़ आये कभी।
इस दिन कोई बच्चा आजाद तो कोई भगत सिंह बनकर निकलता है, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हरेक ह्रदय में सिर्फ आजादी का स्वाभिमान देखने को मिलता है।