फिर एक वक़्त आता है जब दिल से सारी खुवाइशें खतम हो जाती हैं और दिल चाहता है बस वो ही हो जो अल्लाह चाहता है
फिर एक वक़्त आता है जब दिल से सारी खुवाइशें खतम हो जाती हैं और दिल चाहता है बस वो ही हो जो अल्लाह चाहता है
कभी कभी किसी चीज़ की क़दर और एहसास के लिए ज़रूरी है के कुछ वक़्त उससे दूर रहा जाये
किसी ने पुछा इस दुनिया मे आपका कौन है मैंने हस कर कहा वक़्त अगर अच्छा हो तो सब अपने वर्ना कोई नहीं
आज बुरा है तो क्या हुआ कल अच्छा आएगा वक़्त ही तो है बदल जाएगा
कपडे और चेहरे अक्सर झूट बोला करते हैं इंसान की असलियत तो वक़्त बताता है
जब वक़्त करवट लेता है ना तो बाज़ियां नहीं ज़िंदगियाँ पलट जाती हैं