Glass par glass bahut tuut rahe hai
गिलास पर गिलास बहुत टूट रहे हैं
खुसी के प्याले दर्द से भर रहे हैं
मशालों की तरह दिल जल रहे हैं
जैसे ज़िन्दगी में बदकिस्मती से मिल रहे हैं
Tags :
गिलास पर गिलास बहुत टूट रहे हैं
खुसी के प्याले दर्द से भर रहे हैं
मशालों की तरह दिल जल रहे हैं
जैसे ज़िन्दगी में बदकिस्मती से मिल रहे हैं
Get | All | Over | Shayari | Find | Everything
This may be a good place to find all kind of shayaris and your mind will refreshed