समय शायरी, Samay Shayari, Waqt Shayari on Love & Life
समय शायरी, Samay Shayari, Waqt Shayari on Love & Life
इंतजार नहीं करता ये समय किसी का
और किसी के लिए रुकता भी नहीं
बस चला जाता हैं
इसे फ़िक्र किसी की नहीं..
बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे
समय जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना।
तब सर में किसी का हाथ नहीं होता
जब वक्त हमारे साथ नहीं होता
समय की आंच में पत्थर भी पिघल जाते है,
ख़ुशी के लम्हे गम में बदल जाते है,
कौन करता है याद किसी को यारा,
समय के साथ खयालात भी बदल जाते है।
Samay Shayari In Hindi
कल मिला वक़्त तो ज़ुल्फ़ें तेरी सुलझा लूंगा
आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त के सुलझाने में..।।
बड़े से बड़ा सूरमा भी हार जाता है
वक्त जिसके खिलाफ हो जाता है
समय सब के पास हैं लेकिन हमेशा के लिए नहीं
जो चाहे कर लो आज में ही कल का भरोसा नहीं।
हमारी ही करनी, हमें ही दिखाता है
जब समय का चक्र घूम कर आता है
समय की रफ़्तार रुक गयी होती,
शरम से आँखें झुक गयी होती,
अगर दर्द जानती शम्मा परवाने का,
तो जलने से पहले ही वो बुझ गयी होती।
Samay Shayari
गधा भी शान से झूमता है
समय का पहिया जब
उसके पक्ष में घूमता है
वक्त का पता नही चलता अपनों के साथ,
पर अपनों का पता चलता हैं वक्त के साथ…
बुरा वक्त कभी भी बताकर नही आता,
पर सिखाकर और समझकर
बहुत कुछ जाता हैं…
हारी बाजी भी जीत जाता है
समय जिसके साथ होता है
बिना रुके बिना थके, जो चलती है
वक्त की घड़ी, कभी नहीं रुकती है
किसी इच्छा के पूरी ना होने की
तुझे क्यों शिकायत है
समय आने पर पूरी हो जाती
बंदे की हर चाहत है
बुरा वक्त भले ही रुलाता है
पर सीख पते की दे जाता है
वक्त पर बेहतरीन शायरी
किसी की मजबूरियों पर मत हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नही लाता,
डरिए समय की मार से क्योकि
बुरा समय किसी को बताकर नही आता।
बुरे कर्मों का हिसाब हो जाता है
जब बुरा वक्त आता है
आगे वही बढ़ पायेगा
जो जिंदगी को अपने हिसाब से चलाएगा,
कौन रहेगा मैदान में कौन बाजी हारेगा
किस्मे है कितना दम अब ये समय बताएगा।
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वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी दुबारा नही मिलती वक्त बदलने के लिए।
हार जाते हैं वो जो समय के आगे
घुटने टेक दिया करते हैं।
जीत उन्हीं की होती है जो बहानों के
लिबासों को उतार फेंक दिया करते हैं।
तुम्हारा किया, तुम्हे ही बतलाता है
समय आइना जरूर दिखलाता है
अभी तो थोडा वक्त हैं,
उनको आजमाने दो,
रो-रोकर पुकारेंगे हमें,
हमारा वक्त तो आने दो।
Raat nhi khwab badalta hai..
Manzil nhi karva badalta hai..
Jazbaa rakho har dam Jeetne ka..
Kyunki kismat chahe badle na badle
“समय” jaroor badalta hai !
दुनिया समझती है बेकार जिसे
वो खोटा सिक्का भी एक दिन चल जायेगा।
मंजिल चुन कर बढ़ चुका हूँ मैं
हौसले बढ़ रहे हैं मेरे, समय भी बदल जायेगा।