इश्क़ शायरी, Best Ishq Shayari, 2 Line Dard-e-ishq Shayari
इश्क़ शायरी, Best Ishq Shayari, 2 Line Dard-e-ishq Shayari
इश्क को भी इश्क हो तो
फिर मैं देखूं इश्क को भी,
कैसे तड़पे कैसे रोये,
इश्क अपने इश्क में।
तुम ताल्लुक तोड़ने का जिक्र किसी से भी ना करना,
हम लोगों से कह देंगे कि उन्हें फुर्सत नहीं मिलती..
साहिब ए अकल हो तो एक मशविरा तो दो…
एहतियात से इश्क करुं या इश्क से एहतियात
रिश्वत भी नहीं लेता कमबख्त जान छोड़ने की,
ऐ सनम ये तेरा इश्क मुझे बहुत ईमानदार लगता है।
Best Ishq Shayari
लगाके इश्क़ की बाजी सुना है दिल दे बैठे हो,
मुहब्बत मार डालेगी अभी तुम फूल जैसे हो।
दिवाना हर शख़्स को बना देता है इश्क़,
सैर जन्नत की करा देता है इश्क़,
मरीज हो अगर दिल के तो कर लो इश्क़,
क्योंकि धड़कना दिलों को सिखा देता है इश्क़।
बहुत महँगी हुई अब तो वफा,
लोग कहाँ मिलते हैं, जो सच्चा प्यार करें,
मोहब्बत तो बन गई है अब सजा,
आशिक कहाँ मिलते हैं,
जो संग-संग इश्क का दरिया पार करें।
चलते थे इस जहाँ में कभी… सीना तान के हम,
ये कम्बख्त इश्क़ क्या हुआ घुटनो पे आ गए हम।
Yakeen Hai Mujh Par To Bepanah Ishq Kar,
Wafaen Meri Javaab Dengi, Tu Sawaal To Kar.
Best Ishq Shayari
एक तो ये कातिल सर्दी, ऊपर से तेरी यादों की धुंध,
बड़ा बेहाल कर रखा है, इश्क के मौसमों ने मुझे।
इश्क ने कब इजाजत ली है आशिकों से,
वो होता है और होकर ही रहता है।
Bahut The Mere Bhi Iss Duniya Me Apne,
Fir Hua Ishq Aur Hum Aekel Ho Gaye.
जूनून-ए-इश्क, नहीं रास आया हमें,
जब भी देखा आइना, अक्स उनका ही नजर आया हमें।
दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमको,
हम तो दोस्तों के रूठ जाने से डरते हैं……!!
Best Ishq Shayari
गजल-ए-उल्फत पढ़ लिया करो,
एक खुराक सुबह एक खुराक शाम,
ये वाहिद दवा है जिससे,
बीमारे-इश्क को मिलता है तुरंत आराम।
इश्क कर लिजीए बेइन्तेहा किताबोँ से,
जिन्दगी के पन्ने इन्ही से मुक्कमल होते हैं।
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फ़ुरसत अगर मिले तो मुझे पढ़ना ज़रुर,
मैं नायाब उलझनों की मुकम्मल किताब हुँ…
तुझे देखे बिना तेरी तस्वीर बना दूँ,
तुझे मिले बिना तेरा हाल बता दूँ,
मेरी मोहब्बत में इतना दम है कि,
तेरी आँखों के आँसू अपनी आँखों से गिरा दूँ।
गर हो जाए इश्क…
तो हमसे साझा कर लेना।
कुछ हम रख लेंगे
कुछ तुम रख लेना।
बरसों से कायम है इश्क़ अपने उसूलों पर,
ये कल भी तकलीफ देता था और ये आज भी तकलीफ देता है।
Best Ishq Shayari
वो मुझ तक आने की राह चाहता है,
लेकिन मेरी मोहब्बत का गवाह चाहता है,
खुद आते जाते मौसमों की तरह है,
और मेरे इश्क़ की इन्तहा चाहता है।
सीने में जलन आँखों में तूफ़ान क्यों होता है,
इस आशिकी में हर आदमी परेशान क्यों होता है।
Maine Rang Diya Har Panna Teri Yaadon Se,
Meri Kitabon Se Puchh Ishq Kise Kehte Hain.
इस इश्क ने हमें मगरूर कर दिया,
हर खुशी से बहुत दूर कर दिया,
सोचा नहीं था कभी हमें इश्क़ होगा,
पर आपकी नजरों ने मजबूर कर दिया।
Best Ishq Shayari
अजीब शक्श था वो
जिंदगी बदल कर, खुद भी बदल गया…
जाने क्यूँ बरसने से, मुकर जाता है हर बार,
मेरे हिस्से में आया है, जो टुकड़ा बादल का…
महफ़िल ना सही तन्हाई तो मिलती है,
मिलना न सही जुदाई तो मिलती है,
कौन कहता इश्क़ में कुछ नहीं मिलता?
वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती है।
अगर इश्क़ गुनाह है तो गुनाहगार है खुदा,
जिसने बनाया दिल किसी पर आने के लिए।
इश्क का दस्तूर ही ऐसा है
जो इस को जन लेता है ये उसकी जन लेता है
इश्क है वही जो हो एक तरफा,
इजहार-ए-इश्क तो ख्वाहिश बन जाती है,
है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ,
जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है।
चर्चे, किस्से नाराजगी आने दो, मुझको इश्क़ में
और इश्क़ को मुझमें मशहूर हो जाने दो।
देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहब,
सूखे पत्ते को इश्क हुआ है बहती हवा से।
Best Ishq Shayari
मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुझपे बरस जाऊं,
तुझे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए…
अजीब अँधेरा है ऐ इश्क तेरी महफ़िल में,
किसी ने दिल भी जलाया तो रौशनी न हुई।
चलते तो हैं वो साथ मेरे पर अंदाज देखिए,
जैसे की इश्क करके वो एहसान कर रहें है।
जा और कोई ज़ब्त की दुनिया तलाश कर
ऐ इश्क़ हम तो अब तेरे काबिल नहीं रहे।
इक बात कहूँ इश्क़ बुरा तो नहीं मानोगे,
बड़ी मौज के थे दिन, तुमसे पहचान से पहले।
इश्क के रास्ते में मुमसिक तो बहुत मिले,
मिला दे महबूब से ना आज तक कोई ऐसा मिला.
रोज़ सोचती हूँ भूल जाऊँ तुम्हें …
फिर रोज़ ही ये बात भूल जाती हूँ…
लाख करो गुज़ारिशें लाखों दो हवाले,
बदल ही जाते हैं आखिर बदल जाने वाले..!!!
Best Ishq Shayari
औकात नहीं थी ज़माने की
जो मेरी कीमत लगा सके,
कमबख्त इश्क में क्या गिरे
मुफ्त में नीलाम हो गए।
Kya Haseen Ittefaaq
Kya Haseen Ittefaaq Tha
Teri Gali Me Aane Ka,
Kisi Kaam Se Aaye The
Aur Kisi Kaam Ke Na Rahe.
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझे.,
खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे.!
उसी से पूछ लो उसके इश्क की कीमत,
हम तो बस भरोसे पे बिक गए।
तेरी हसरतों के पंख लगा के उड़ता हूँ…
मैं हवा से शर्तं लगा के उड़ता हूँ!
इश्क़ है अगर तो शिकायत न कीजिए,
और शिकवे हैं तो मोहब्बत न कीजिए।
Ishq Ko Bhi Ishq Ho
Ishq Ko Bhi Ishq Ho To
Fir Main Dekhu Ishq Ko Bhi,
Kaise Tadpe Kaise Roye,
Ishq Apne Ishq Me.
उस से कह दो के, मेरी सजा कुछ कम कर दे,
हम पेसे से मुजरिम नहीं हैं, बस गलती से इश्क हुआ है।
बहुत नज़दीक आती जा रही हो,
बिछड़ने का इरादा कर लिया है क्या…..!!
जब्त से काम लिया दिल ने तो क्या फक्र करूँ,
इसमें क्या इश्क की इज्ज़त थी कि रुसवा न हुआ,
वक्त फिर ऐसा भी आया कि उससे मिलते हुए,
कोई आँसू भी ना गिरा कोई तमाशा ना हुआ।
मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना,
मेरे चेहरे पे तेरे प्यार का इलज़ाम लिखा है।
मैंने तक़दीर पे यक़ीन करना छोड़ दिया है …!
जब इंसान बदल सकते है तो ये तकदीर क्यो नही…
दिल की हसरत मेरी जुबान पे आने लगी,
तूने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,
ये इश्क़ की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,
हर सूरत में सूरत तेरी नजर आने लगी।
इश्क ना होने के सिर्फ दो ही तरीके थे,
या दिल ना होता या तुम ना होते।
रोकना मेरी हसरत थी और चले जाना उनका शौक,
वो शौक पूरा कर गए मेरी हसरतें तोड़ कर
मेरे हवास इश्क़ में क्या कम हैं मुंतशिर,
मजनूँ का नाम हो गया क़िस्मत की बात है।
कैसे भुला देते हैं लोग तेरी खुदाई को, या रब!
मुझसे तो तेरा बनाया हुआ एक शख्स, भुलाया नहीं जाता
ये इश्क भी शराब का नशा जैसा है दोस्तों,
करें तो मर जाएँ और छोड़े तो किधर जाएँ।
Best Ishq Shayari
करो फिर से कोई वादा कभी न बिछड़ने का,
तुम्हें क्या फर्क पड़ता है फिर से मुकर जाना
तेरी जब याद आती है तो फिर साँसें नहीं आती,
इश्क़ में हम सी बेचैनी कहाँ पर पाओगे हमदम।
बरसती बारिशों से बस इतना ही कहना है
के इस तरह का मौसम मेरे अंदर भी रहता है
बहुत खूबसूरत वहम है मेरा…,
कहीं तो कोई है, जो सिर्फ मेरा है…
इश्क क्या चीज होती है यह पूछिये परवाने से,
जिंदगी जिसको मयस्सर हुई मर जाने के बाद।
शायरी उसी के लबों पर सजती है साहिब
जिसकी आँखों में इश्क़ रोता हो
अकेले हम ही शामिल नहीं हैं इस जुर्म में जनाब,
नजरें जब भी मिली थी मुस्कराये तुम भी थे।
कितना मुश्किल सवाल पूछा है,
आज उसने मेरा हाल पूछा है.
राह यूँ ही नामुक्क्मल, ग़म-ए-इश्क का फ़साना,
मुझ को नींद नहीं आयी, सो गया ज़माना।
तकिये के नीचे दबा के रखे हैँ तुम्हारे ख्याल,
एक तेरा अक्स, एक तेरा इश्क़ , ढेरो सवाल और तेरा इंतज़ार।
बिन जले शमा के परवाना जल नही सकता,
क्या करे इश्क अगर हुस्न की सबकत ना करे।
Chahe Kitni Bhi Takleef De Ishq,
Par Sukoon Bhi Ishq Se Hi Aata Hai.
खुदा तू इश्क न करना वरना बहुत पछतायेगा,
हम तो मर के तेरे पास आयेंगे तू कहाँ जायेगा।
इंकार जैसी लज्जत इक़रार में कहां.
बढ़ता रहा इश्क ग़ालिब, उसकी नही-नही से।
इश्क़ है इश्क़ ये मज़ाक़ नहीं,
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो।