बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना.
बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना.
कल मिला वक़्त तो ज़ुल्फ़ें तेरी सुलझा लूंगा आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त के सुलझाने में
यूँ तो पल भर में सुलझ जाती है उलझी ज़ुल्फ़ें उम्र कट जाती है पर वक़्त के सुलझाने में
जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की, उस वक़्त अपने दिल की तरफ़ मुस्कुरा के देख
पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी में वक़्त ही न मिले
वक़्त मेरी तबाही पे हँसता रहा रंग तकदीर क्या क्या बदलती रही