इज़्ज़त चाहे ना कर पर ज़ुबान भी मत खोल, जितनी औकात है उतना ही बोल 😏😎
इज़्ज़त चाहे ना कर पर ज़ुबान भी मत खोल, जितनी औकात है उतना ही बोल 😏😎
कुछ के पास बहाने होते है और कुछ के पास नतीजे 😏😎😏
तेरा घमण्ड ही तुझे हरायेगा, मैं कौन हूँ तुझे वक़्त बताएगा 😏😎
ना पेशी होगी, न गवाह होगा, अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा 😏😏
लगता है मैदान में उतरना पड़ेगा दुबारा 😏😏 कुछ लोग भूल गए है खौफ हमारा 😏😏
लोग अपनी औकात दिखा ही देते है चाहे जितनी मर्जी शिद्दत से रिश्ते निभा लो 😏😏
हम ज़रा सा खफ़ा क्या हो गए ? जिसे देखो वो तुम्हारा हो गया 😏😏
लोगों की औकात देखनी है तो कुछ दिन के लिए निकम्मे बन जाओ सारे रिश्ते खुद -ब-खुद सामने आ जायेंगे 😉😏😎