रिश्ते शब्दों के मोहताज़ नहीं होने चाहिए अगर एक खामोश है तो दुसरे को आवाज़ देनी चाहिए…
रिश्ते शब्दों के मोहताज़ नहीं होने चाहिए अगर एक खामोश है तो दुसरे को आवाज़ देनी चाहिए…
कुछ तारीखें बीतती नहीं, तमाम साल गुज़रने के बाद भी
दिल वो है जो हज़ारों मरी हुई ख्वाइशों के नीचे दब कर भी धड़कता है
किसी ने सही कहा है, जो कुछ नहीं करते, वो बहुत कुछ कर सकते हैं।😎👌😍😁
हर किसी को हमेशा ये सोचना चाहिए , गलती चाहे किसी की भी हो पर रिश्ता तो अपना होता है
किताबें पढ़ते हुए सोचती हूँ , जो पढ़ा किताबों में उसको अपनाया कितना
कम बोलो पर सब कुछ बता दो, ख़ुद ना रूठो और सबको हंसा दो, यही राज है जिन्दगी का, जियो और जीना सिखा दो गुस्ताख़ी और ग़लती में बहुत फर्क होता है मेरे दोस्त
जो इंसान सबको ख़ुशी देता हो वो कभी कभी खुद ख़ुशी की वजह ढूँढता है
शीशे, यादें, सपने, रिश्ते कब कहाँ टूट जाए कुछ नहीं पता
तू मुझे कहीं लिख कर रखले , तेरी बातों से मैं निकलता जा रहा हूँ
बडी लम्बी खामोशी से गुजरा हूँ मै, किसी से कुछ कहने की कोशिश मे
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ, भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है।
मैं ‘गलती’ करूँ तब भी मुझे ‘सीने’ से लगा ले, कोई’ ऐसा चाहिये, जो मेरा हर ‘नखरा’ उठा ले।
लम्हे फुर्सत के आएं तो, रंजिशें भुला देना दोस्तों, किसी को नहीं खबर कि सांसों की मोहलत कहाँ तक है।
क्यों मदहोश करती है मुझे मौजूदगी तेरी , कहीं मुझे तुमसे प्यार तो नहीं हो गया ।
वो क़त्ल कर के भी मुंसिफों में शामिल है, हम जान देकर भी जमाने में खतावार हुए।
कौन डूबेगा किसे पार उतरना है ज़फ़र, फ़ैसला वक़्त के दरिया में उतर कर होगा।
दुनिया फ़रेब करके हुनरमंद हो गई, हम ऐतबार करके गुनाहगार हो गए।
शौक-ए-सफ़र कहाँ से कहाँ ले गया हमें, हम जिस को छोड़ आये हैं मंजिल वही तो थी।
सुबूत हैं मेरे घर में धुएँ के ये धब्बे, अभी यहाँ पर उजालों ने ख़ुदकुशी की है।