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Aankhon Mein Keid Ek Manzar Dekha Hai – Hindi Kavita

Aankhon Mein Keid Ek Manzar Dekha Hai – Hindi Kavita आंखों में क़ैद, एक मंजर देखा है, मै प्यासा रहा, लेकिन समन्दर देखा है, मुझे ना दिखाना खेल दुनियां के, मैने हरियाली में भी, पेड़ो को बंजर देखा है। बड़े अजीब है, तरीके यहां, रिश्ते निभाने के, एक हाथ में प्यार,और दूजे में, खंजर देखा है, मुझे ना दुआ देना […]

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Harivansharaay Bachchan Ne Kya Khoob Likha Hai – Hindi Kavita

Harivansharaay Bachchan Ne Kya Khoob Likha Hai – Hindi Kavita यहाँ सब कुछ बिकता है, दोस्तों रहना जरा संभल के! बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के। सच बिकता है, झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी! तीन लोक में फैला है, फिर भी बिकता है बोतल में पानी! कभी फूलों की तरह मत जीना, जिस […]

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Dard Mein Hum Unke Samne Roye The – Hindi Poem

Dard Mein Hum Unke Samne Roye The – Hindi Poem “दर्द में हम उनके सामने रोये थे, और वो तब भी अपने खयालों में खोए थे, उनपे हम शायद अपना रंग न चढ़ा सके, इसलिए हम गहरी नींद में गए और वो हमे न उठा सके, उन्हें हमारी मौत की खबर भी किसी और ने दी, गुस्सा हम उनसे थे […]

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Dil Karta Hai Tujhe Dekhte Rahu – Hindi Poem

Dil Karta Hai Tujhe Dekhte Rahu – Hindi Poem “दिल करता है, दिल करता है तुझे देखते रहूं, दिल करता है तू कहे मैं सुनती रहूँ, दिल करता है तेरे क़दमों के चाप पर अपने कदम राखु, दिल करता है तेरा हाथ पकड़ के पूरी दुनिया घुमु, दिल करता है तेरे साथ पूरा जीवन बिता दू, बस दिल करता है […]

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Makaan Jale To Bima Le Sakte Hai – Hindi Poem

Makaan Jale To Bima Le Sakte Hai – Hindi Poem मकान जले तो बीमा ले सकते हैं, सपने जले तो क्या किया जाए… आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं, आँख बरसे तो क्या किया जाए… शेर दहाड़े तो भाग सकते हैं। अहंकार दहाड़े तो क्या किया जाए… काँटा चुभे तो निकाल सकते हैं। कोई बात चुभे तो क्या किया […]

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Kabhi kisi ka dil na dukhana – Hindi Poem

Kabhi kisi ka dil na dukhana – Hindi Poem Kabhi kisi ka dil na dukhana, Kya pata agli baari tumhari ho. Kisi se pyaar zroor karna, Kya pata kisi ko zroorat tumhari ho. Kisi ko kuch dene se katraana mat, Kya pata agli zroorat tumhari ho. Kisi ko yaad karo toh bata diya karo, Kya pata use bhi yaad tumhari […]

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Tu Dur Hoke Bhi Mere Pass Hai – Hindi Kavita

Tu Dur Hoke Bhi Mere Pass Hai – Hindi Kavita तु दूर होके भी मेरे पास है। जैसे पहले थी आज भी उतनी ही खास है। तुझे लगता है भूल गया हूं सब अरे पगली अभी तो प्यार की शुरुआत है! तुझे तो फर्क ही नहीं पड़ता! मेरे ना होने पर भी हर खुशी तेरे पास है! तु दूर होके […]

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Thoda Sa Thaka Hu Magar Ruka Nahi Hu – Hindi Poem

Thoda Sa Thaka Hu Magar Ruka Nahi Hu – Hindi Poem थोड़ा सा थका हूँ मगर रुका नही हूँ ऐ ज़िन्दगी तेरी हालातों के आगे अभी झुका नही हूँ। कांच के रिश्ते लिए फिर रहा हूँ इन पत्थरों के शहर में ठोकरें लग रही है मगर अभी तक टूटा नहीं हूँ। हम मिले थे शायद किसी रह गुज़र में कभी, […]

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Tujhe Pane Ki Talab Hai Mujhe – Hindi Kavita

Tujhe Pane Ki Talab Hai Mujhe – Hindi Kavita “तुझे पाने की तलब है मुझे तुझे पसंद है जो गुलज़ार लिखे इसलिए, तेरे लिए लिखना सीख लिया तुझे मान, मेने अपना मीत लिया तेरे संग ये जीवन बिताना है या तो तुझे पाना है या खुद को तेरे लिए मिटाना है !” Tujhe Pane Ki Talab Hai Mujhe – Hindi […]

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Bahut Ho Gaya Jabab Dena – Hindi Poem

Bahut Ho Gaya Jabab Dena – Hindi Poem बहुत हो गया जवाब देना सवाल ही रहने देते है ना सफाई देकर थक गए हैं अब खुद से इश्क कर लेते है ना वो खुश है हमें रुलाकर तो उसे खुश रहने देते है ना हजारों गम है जीवन में थोड़ा और सह लेते है ना.. Bahut Ho Gaya Jabab Dena […]

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Kash Zindagi Sachmuch Kitab Hoti – Hindi Kavita

Kash Zindagi Sachmuch Kitab Hoti – Hindi Kavita काश,जिंदगी सचमुच किताब होती पढ़ सकता मैं कि आगे क्या होगा? क्या पाऊँगा मैं और क्या दिल खोयेगा? कब थोड़ी खुशी मिलेगी, कब दिल रोयेगा? काश जिदंगी सचमुच किताब होती, फाड़ सकता मैं उन लम्हों को जिन्होने मुझे रुलाया है.. जोड़ता कुछ पन्ने जिनकी यादों ने मुझे हँसाया है… खोया और कितना […]

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Thodi Chaub Bhi Jaroor Hai – Hindi Kavita

Thodi Chaub Bhi Jaroor Hai – Hindi Kavita ज़िन्दगी सीधे साधे चलना ठीक नही उबड़ खाबड़ पड़ाव भी जरूरी है, तैरते तैरते बाजू थक जाएंगे एक पल के लिए नाव भी जरूरी है, बदलाव भी जरूरी है ये घाव भी जरूरी है, इतनी धूप अच्छी नही थोड़ी छांव भी जरूरी है..! ✍🏻✍🏻✍🏻 Thodi Chaub Bhi Jaroor Hai – Hindi Kavita […]

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Wo Bate Mere Hi Zahen Mein Sab Dabi Nikli – Hindi Kavita

Wo Bate Mere Hi Zahen Mein Sab Dabi Nikli – Hindi Kavita वो बोलता रहा इक बात ना नयी निकली, जो उसने बोला वो सब बात ही कही निकली! zसुनाता सबको अगर मैं कहीं गलत होता, यकीन मानो न मुझमें कोई कमी निकली! जो शक था मेरा मेरे वो भी सामने आया, खुशी हुई कि मेरी उलझने सही निकली! मुझे […]

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Ek Nisani Hu Main – Hindi Kavita

Ek Nisani Hu Main – Hindi Kavita रख सकों तो एक निशानी हूँ मैं खो दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं रोक ना पाए जिसको ये सारी दुनिया वो एक बूंद आँख का पानी हूँ मैं… सबको प्यार देने की आदत है हमें अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमें कितना भी गहरा जख़्म दे कोई उतना ही […]

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Be-naam Sa Dard Taher Kyun Nahi Jata – Hindi Kavita

Be-naam Sa Dard Taher Kyun Nahi Jata – Hindi Kavita बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीं जाता जो बीत गया है वो गुजर क्यूँ नहीं जाता सब कुछ तो है क्या ढूँढती रहती हैं निगाहें क्या बात है मैं वक्त पे घर क्यूँ नहीं जाता वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में जो दूर है वो दिल […]

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Jo Karna Nahi Chahta Kiye Ja Rha Hu – Hindi Kavita

Jo Karna Nahi Chahta Kiye Ja Rha Hu – Hindi Kavita “जो करना नहीं चाहता किये जा रहा हूँ , शायद अपने तरीके से जीना चाहता हूँ, फिर भी औरों के लिए जिये जा रहा हूँ , ना जाने किस बात की खुद को झूठी तस्सली दिये जा रहा हूँ , किसी से बात हो तो कहूं उससे की, शायद […]

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Khwab Se Ab Jara Jagne Laga Hu – Hindi Poem

Khwab Se Ab Jara Jagne Laga Hu – Hindi Poem खवाब से अब ज़रा जगने लगा हूँ जिंदगी को बेहतर समझने लगा हूं। उड़ता था शायद कभी ऊँची हवा में, जमीं पर अब पैदल चलने लगा हूँ। लफ़्ज़ों की मुझको ज़रूरत नहीं है, चेहरों को जब से मैं पढ़ने लगा हूँ। थक जाता हूं अक्सर अब शोर से, खामोशियों से […]

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Thoda Thak Sa Jata Hu Ab Mein – Hindi Kavita

Thoda Thak Sa Jata Hu Ab Mein – Hindi Kavita “थोड़ा थक सा जाता हूं अब मै… इसलिए, दूर निकलना छोड़ दिया है, पर ऐसा भी नही हैं कि अब… मैंने चलना ही छोड़ दिया है। फासलें अक्सर रिश्तों में… अजीब सी दूरियां बढ़ा देते हैं, पर ऐसा भी नही हैं कि अब मैंने.. अपनों से मिलना ही छोड़ दिया […]

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Koi Badnaseeb Koi Mukadar Ka Sikander Kyun Hai – -Hindi Poem

Koi Badnaseeb Koi Mukadar Ka Sikander Kyun Hai – -Hindi Poem तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है… कहीं अपनापन तो कहीं पीठ में खंजर क्यों है… सुना है तू हर ज़रे में है रहता, फिर ज़मीं पर कहीं मस्जिद कहीं मंदिर क्यों है… जब रहने वाले दुनियां के हर बन्दे तेरे हैं, फिर कोई दोस्त तो कोई दुश्मन […]

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Samandar Ka Pani Sarab Hota Hai – Hindi Poem

Samandar Ka Pani Sarab Hota Hai – Hindi Poem समन्दर का पानी शराब होता तो सोचो कितना बवाल होता, हक़ीक़त, ख़्वाब होते तो सोचो कितना बवाल होता… किसी के दिल में क्या छुपा हैं ये बस ख़ुदा ही जानता है, दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितना बवाल होता… थी ख़ामोशी हमारी फ़ितरत में तभी तो बरसो निभाई लोगों से, […]

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