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Thoda Sa Thaka Hu Magar Ruka Nahi Hu – Hindi Poem

Thoda Sa Thaka Hu Magar Ruka Nahi Hu – Hindi Poem थोड़ा सा थका हूँ मगर रुका नही हूँ ऐ ज़िन्दगी तेरी हालातों के आगे अभी झुका नही हूँ। कांच के रिश्ते लिए फिर रहा हूँ इन पत्थरों के शहर में ठोकरें लग रही है मगर अभी तक टूटा नहीं हूँ। हम मिले थे शायद किसी रह गुज़र में कभी, […]

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Wo Bate Mere Hi Zahen Mein Sab Dabi Nikli – Hindi Kavita

Wo Bate Mere Hi Zahen Mein Sab Dabi Nikli – Hindi Kavita वो बोलता रहा इक बात ना नयी निकली, जो उसने बोला वो सब बात ही कही निकली! zसुनाता सबको अगर मैं कहीं गलत होता, यकीन मानो न मुझमें कोई कमी निकली! जो शक था मेरा मेरे वो भी सामने आया, खुशी हुई कि मेरी उलझने सही निकली! मुझे […]

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Ek Nisani Hu Main – Hindi Kavita

Ek Nisani Hu Main – Hindi Kavita रख सकों तो एक निशानी हूँ मैं खो दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं रोक ना पाए जिसको ये सारी दुनिया वो एक बूंद आँख का पानी हूँ मैं… सबको प्यार देने की आदत है हमें अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमें कितना भी गहरा जख़्म दे कोई उतना ही […]

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Khwab Se Ab Jara Jagne Laga Hu – Hindi Poem

Khwab Se Ab Jara Jagne Laga Hu – Hindi Poem खवाब से अब ज़रा जगने लगा हूँ जिंदगी को बेहतर समझने लगा हूं। उड़ता था शायद कभी ऊँची हवा में, जमीं पर अब पैदल चलने लगा हूँ। लफ़्ज़ों की मुझको ज़रूरत नहीं है, चेहरों को जब से मैं पढ़ने लगा हूँ। थक जाता हूं अक्सर अब शोर से, खामोशियों से […]

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Koi Badnaseeb Koi Mukadar Ka Sikander Kyun Hai – -Hindi Poem

Koi Badnaseeb Koi Mukadar Ka Sikander Kyun Hai – -Hindi Poem तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है… कहीं अपनापन तो कहीं पीठ में खंजर क्यों है… सुना है तू हर ज़रे में है रहता, फिर ज़मीं पर कहीं मस्जिद कहीं मंदिर क्यों है… जब रहने वाले दुनियां के हर बन्दे तेरे हैं, फिर कोई दोस्त तो कोई दुश्मन […]

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