Bhagwan Mahavir Jayanti Hindi Quotes
आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है।
असली शत्रु आपके भीतर रहते हैं,
वो शत्रु हैं क्रोध, घमंड , लालच, आसक्ति और घृणा
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आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है।
असली शत्रु आपके भीतर रहते हैं,
वो शत्रु हैं क्रोध, घमंड , लालच, आसक्ति और घृणा
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