Ye kalyug hai sahab yaha sach par sawaal khade ho jate hai
ये कलियुग है साहब यहाँ सच पर सवाल खड़े हो जाते हैं, और झूठ को बैठे-बैठे सच मान लिया जाता है।
Tags :
ये कलियुग है साहब यहाँ सच पर सवाल खड़े हो जाते हैं, और झूठ को बैठे-बैठे सच मान लिया जाता है।
Get | All | Over | Shayari | Find | Everything
This may be a good place to find all kind of shayaris and your mind will refreshed