Ye kalyug hai sahab yaha sach par sawaal khade ho jate hai
ये कलियुग है साहब यहाँ सच पर सवाल खड़े हो जाते हैं, और झूठ को बैठे-बैठे सच मान लिया जाता है।
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ये कलियुग है साहब यहाँ सच पर सवाल खड़े हो जाते हैं, और झूठ को बैठे-बैठे सच मान लिया जाता है।
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